पूरी दुनिया डिजिटल होने के रास्ते में पूरी तेज गति से आगे बढ़ रही है तो भारत भी इसमें क्यों पूछ पीछे रहे इसीलिए हमारे देश में भी डिजिटल इंडिया नाम से एक सेवा शुरू की गई है और इस लेख के माध्यम से हम आपके लिए डिजिटल इंडिया पर निबंध लेकर आए हैं जो आपकी इस विषय पर जानकारी बढ़ाएगी।
भारत में आईटी सेक्टर को और अधिक विकसित करने के लिए इस कार्यक्रम की शुरुआत की गई है ताकि प्रत्येक नागरिक आसानी से ऑनलाइन सरकारी सेवाओं का उपयोग कर सके और साथ ही टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में भारत को डिजिटल रूप से शक्तिशाली बनाने के लिए यह एक अनोखा अभियान है।
आखिर यह डिजिटल इंडिया है क्या चीज़ साधारण शब्दों में कहें तो डिजिटल इंडिया भारत को डिजिटल रूप से शक्तिशाली देश बनाने के लिए यहां के सरकार द्वारा शुरू किया गया एक अनोखा अभियान है इस अभियान का उद्देश्य यही है कि जो काम ऑफलाइन दस्तावेजों के माध्यम से होते थे उससे खत्म करके भारत के निवासी कंप्यूटर और स्मार्टफोन के माध्यम से यह सेवाएं इस्तेमाल कर सकें बहुत ही कुशल एवं प्रभावित तकनीक है जो लोगों के समय की बचत करेगी।
डिजिटल इंडिया पर छोटे एवं बड़े निबंध – Short and Long Essay on digital india in hindi
निबंध – 1 (200 शब्द)
प्रस्तावना
दुनिया चांद और मंगल ग्रह की सैर कर रही है लेकिन भारत भी उनसे एक कदम पीछे नहीं है और यही वजह है कि भारत को पर यहां के नागरिकों को और अधिक सक्षम बनाने के लिए भारतीय सरकार ने डिजिटल इंडिया कार्यक्रम की शुरुआत की है।
इस कार्यक्रम की शुरुआत 1 जुलाई 2015 को किया गया और इसके उद्घाटन समारोह में कई बड़े उद्योगपतियों ने इंदिरा गांधी स्टेडियम में उपस्थिति दर्ज कराई।
डिजिटल इंडिया के द्वारा दी जाने वाली सुविधाएं
इंडिया के माध्यम से जनता की सुविधाएं देने की प्लानिंग की गई है जो निम्नलिखित है
- आईटी के रोजगार लोगों तक पहुंचाना
- ब्रॉडबैंड की सुविधा आमतौर पर हर गांव तक पहुंचाना
- हाई स्पीड इंटरनेट की सुविधा लोगों तक पहुंचाना
- सरकारी सेवाओं को जन-जन तक आसानी से पहुंचाना
- ई पाठशाला, ई हॉस्पिटल इत्यादि के माध्यम से बेहतर सुविधाएं देना
इस योजना के अंतर्गत ढाई लाख गांव तक को डिजिटलीकरण करने का निर्णय लिया गया है। इसके अलावा किसानों को भी नजर में रखते हुए उनके लिए सुविधा शुरू की गई है जिसके जरिए वे अपना फसल सीधे तौर पर अच्छे दामों में बेच सकेंगे।
उप संहार
भारत सरकार का सिर्फ और सिर्फ यही लक्ष्य है कि पूरा देश डिजिटल बने और यहां के हर नागरिक को डिजिटल उपकरणों को इस्तेमाल करना आना चाहिए। शिक्षा पर भी काफी जोर दिया है ताकि हर कोई शिक्षित हो और इन डिजिटल उपकरणों का इस्तेमाल कर सके। देश की प्रगति एक इंसान पर निर्भर नहीं करती बल्कि पूरे देशवासियों पर निर्भर करती है। इसीलिए जब देश का नागरिक आगे बढ़ेगा तो देश के आगे बढ़ेगा।
निबंध – 2 (300 शब्द)
प्रस्तावना
डिजिटल इंडिया कार्यक्रम एक भारत सरकार द्वारा शुरू की गई बहुत ही महत्वपूर्ण की परियोजना है जिसकी शुरुआत 1 जुलाई 2015 को की गई।
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य यही था कि पूरे देश को डिजिटल बनाया जाए। जितने भी लोग नोट और सिक्कों का इस्तेमाल करते हैं इन सभी का इस्तेमाल धीरे-धीरे कम कर दिया जाए और लोग ऑनलाइन ट्रांजैक्शन का इस्तेमाल ज्यादा करें।
लेकिन आप एक बार सोच कर देखें तो यह एक बहुत ही मुश्किलों भरा काम है जो कम समय में पूरा करना असंभव सा लगता है
लेकिन फिर भी देश के सरकार यही चाहते हैं कि पूरा भारत डिजिटल बने और देश दूसरे देशों से कदम से कदम मिलाकर सफलता की ओर बढ़े
डिजिटल इंडिया का महत्व
यह कार्यक्रम संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अंतर्गत आता है और सारा नियंत्रण उन्हीं के पास होता है यह भारत के लिए बहुत ही सुनहरा मौका है अगर इसके लाभ को जन जन तक पहुंच इस कार्यक्रम की शुरुआत करने के लिए 100000 करोड रुपए को इन्वेस्ट किया गया ताकि देश भर में विभिन्न जगहों में पद 250000 गांव तक हाई स्पीड इंटरनेट की सुविधा प्रदान की जा सके
गांव के लोगों तक हर प्रकार की सुविधा जैसे शिक्षा बैंक खाते वित्तीय प्रबंधन इत्यादि की बहुत मुश्किल होती है जिसे लिस्ट इंडिया आसान करेगा।
भारतीय सरकार चाहती है कि यह देश कैशलेस बने और इसीलिए लोगों के उपयोग में आने वाले पेपर की जगह डिजिटल तरीकों से सुविधाएं दी जा सके इसी लिए भारत सरकार इसके लिए कार्यरत है
निष्कर्ष
डिजिटल इंडिया को सक्सेसफुल सफलता हासिल कराने के लिए डिजिटल इंडिया को सफल बनाने के लिए आउटसोर्सिंग नीति का भी सहारा लेने का योजना है मोबाइल के जरिए ही हर प्रकाश में ऑनलाइन सेवाएं जैसे वॉइस मल्टीमीडिया डाटा को और बेहतर बनाने के लिए बीएसएनएल नेटवर्क एक्सचेंज की जगह काम करेगी। शिक्षा के माध्यम से डिजिटल तरीके से पढ़ने वाले बच्चों को किताबें और वीडियोस दिखाए जाएंगे वहीं अस्पताल प्रणाली के माध्यम से स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं को देने में आसानी होगी।
निबंध – 3 (400 शब्द)
प्रस्तावना
शहरी क्षेत्र में रहने वाले लोगों को तो तकनीक से जुड़ी सेवाएं तो आसानी से मिल जाती हैं भले ही वे सरकारी हो या गैर सरकारी लेकिन जो गांव में रहते हैं उन्हें मुश्किल से ही इंटरनेट की सुविधा और फोन करने की नेटवर्क मिलती है
इसी कारण भारतीय सरकार ने 1 जुलाई 2015 ईस्वी को डिजिटल इंडिया कार्यक्रम की शुरुआत की इसकी शुरुआत नरेंद्र मोदी जो भारत के प्रधानमंत्री हैं उनके द्वारा की गई
इस योजना का मुख्य उद्देश्य था कि जो लोग तकनीक से दूर रहते हैं उन्हें हर प्रकार की सुविधाएं दी जाए जैसे शिक्षा कृषि आईटी इत्यादि जिसके जरिए देश के कोने-कोने तक भविष्य उज्जवल हो और वे भारत की अर्थव्यवस्था का हिस्सा बन सके
डिजिटल इंडिया बनाने में मुख्य समस्याएं
भारत एक विशाल देश है जहां पर 30 राज्य और कई केंद्र शासित प्रदेश हैं यहां के प्रत्येक कोने तक पहुंचना काफी कठिनाइयों भरा होता है और कई कई तो ऐसे क्षेत्र हैं जहां पर इंटरनेट के तारों को बिछाना भी संभव नहीं है
जब तक देश का नागरिक नई तकनीक का उपयोग नहीं करेगा तब तक वह विश्व स्तर पर अपनी छवि उपस्थिति दर्ज नहीं करा सकता
इस प्रकार जब देश का हर नागरिक चाहे वह गांव में हो या शहर में अपना पूर्ण योगदान देश हित में देता है तो देश के प्रगतिशील होने की जो व्यक्ति होती है वह भी बढ़ती है
इसीलिए इलेक्ट्रॉनिक सेवाओं उत्पादों उपकरणों इत्यादि के जरिए भारत सरकार ने इसे बढ़ावा देने की कोशिश की है इसके साथ ही देश में इलेक्ट्रॉनिक चीजों के प्रोडक्शन को भी बढ़ने बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया है
संसार जिस जब तेज गति से चल रहा होता है उसी गति को प्राप्त करना एक विकासशील देश के लिए जरूरी होता है अन्यथा वह देश पीछे चला जाता है और यही कारण है कि भारतीय सरकार ने देश को डिजिटल रूप से विकसित करने के लिए कमर कैसा है
डिजिटल इंडिया का प्रारंभ
पूरे भारत में आईटी संस्थान को और डिवेलप करने के लिए कदम उठाए गए हैं इसके अलावा इस अभियान के विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत डिजिटल लॉकर राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल की पाठशाला की स्वास्थ्य ईसाइन इत्यादि कार्यक्रम को शुरू किया गया है।
इसकी शुरुआत करने के लिए दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम को चुना गया जिसमें बड़े-बड़े लोगों को साइरस मिस्त्री रिलायंस इंडिया लिमिटेड के चेयरमैन मुकेश अंबानी आदि जैसे महान उद्योगपतियों को बुलाया गया और उसी दौरान इस अभियान की शुरुआत की गई।
निष्कर्ष
देश को पूरी तरह से डिजिटल बनाने के लिए 1 जुलाई 2015 को शुरू किया गया यह कार्यक्रम देशव्यापी कार्यक्रम है जिसने लोगों को काफी प्रभावित किया है आज वह समय नहीं रहा पेन का इस्तेमाल किया जाए आज सारे काम को करने के लिए स्मार्ट फोन और इंटरनेट ही काफी होते हैं
निबंध – 4 (600 शब्द)
प्रस्तावना
1 जुलाई 2015 ईस्वी को भारत सरकार ने इंदिरा गांधी स्टेडियम जो दिल्ली में स्थित है डिजिटल इंडिया की स्थापना की इसका मुख्य उद्देश्य था भारत को टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में विकसित बनाना।
भारत विश्व के दूसरे देशों से पीछे ना रह जाए इसीलिए इस परियोजना को पूरी तरह से सफल बनाने के लिए बहुत बड़े बजट को पास किया गया। करीब एक लाख करोड़ रुपए इसके लिए मंजूर किए गए ताकि यह कार्यक्रम पूरे देश में सफलता के साथ शुरू किया जा सके और भारत का प्रत्येक इंसान डिजिटल दुनिया में प्रवेश कर सकें।
एक विशाल देश है और यहां पर किसी भी प्रकार के सेवा को जमीनी स्तर तक पहुंचाना काफी कठिन काम है। इस काम को मुमकिन बना ना तभी आसान है जब इसे पूरे जोरों शोरों से देश भर में लोगों को जागरूक करने के साथ-साथ चलाया जाए।
डिजिटल इंडिया के मुख्य कार्य
इस परियोजना के तहत बहुत सारे ऐसे कार्यक्रमों को पूरे भारत में संपादित करना था जिससे हर इंसान इंटरनेट से जुड़ सके और तकनीकी जानकारी ले सके एवं लाभ उठा सके तो चलिए देख लेते हैं कि वह कौन से कार्य है जिसके अंतर्गत आते हैं:
प्रत्येक नागरिक तक डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर की पहुंच
- इसके अंतर्गत दी जाने वाली मुख्य सेवाएं इस प्रकार हैं
- सरकारी सेवाओं की उपलब्धता के लिए भारतीय नागरिकों को हाई स्पीड इंटरनेट सेवा प्रदान करना
- प्रत्येक नागरिक को जिंदगी भर के लिए एक यूनिक पहचान देना
- यह सुनिश्चित करना कि प्रत्येक नागरिक अपने खाता से जुड़े हुए कामों को मोबाइल से ही कर सकें
- नागरिकों की सहायता के लिए कॉमन सर्विस सेंटर को लोगों के पहुंचने रखना
- सरकारी सेवाओं को मांग के अनुसार डिजिटली डिलीवर करना
डिजिटल इंडिया के तहत दी जाने वाली विभिन्न सेवाएं
भारत सरकार ने भारत ब्रॉडबैंड नेटवर्क लिमिटेड को डिजिटल इंडिया के तहत ब्रॉडबैंड डिस्ट्रीब्यूशन का काम दिया है मिलने वाले प्रमुख फायदे निम्नलिखित हैं
इंडिया कैंपेन और मोबाइल ऐप
इसे सुगम्य भारत अभियान के नाम से भी जानते हैं इसका मुख्य उद्देश्य यही है कि जितने भी लोग शारीरिक रूप से विकलांग है उन्हें हर प्रकार की सेवा मिले
एग्री मार्केट एप
इसका यही उद्देश्य है कि किसानों को उनकी फसलों के लिए अच्छे पैसे मिले
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ
भारत की प्रत्येक बेटी को पढ़ा लिखा कर इस योग्य बनाना कि वह खुद आत्मनिर्भर बन सके इसके लिए लड़कियों के लिए खास तौर पर स्कूल जाने की सुविधा की गई।
भीम यूपीआई
इसके अंतर्गत यूनिफाइड इंटरफेस का इस्तेमाल किया गया ताकि लोगों को अपने पैसे चुकाने के लिए ज्यादा समय का इंतजार ना करना पड़े और वह सिर्फ मोबाइल नंबर की मदद से ही अपने किसी भी प्रकार के ट्रांजैक्शन को आसानी से कर सके
क्रॉप इंश्योरेंस मोबाइल ऐप
इंसुरेंस की जो प्रीमियम होती है उन पर अलग-अलग तरी लोन की क्या राशि हो सकती है उनकी गणना के लिए यह ऐप बहुत लाभदायक है
ई हॉस्पिटल
इस तरह की सुविधा वाले हॉस्पिटल में सभी काम डिजिटल ढंग से किए जाते हैं और इसे हॉस्पिटल मैनेजमेंट इनफार्मेशन सिस्टम के रूप में भी जानते हैं।
ई पाठशाला
देश में शिक्षा के स्तर को बढ़ाने के लिए शिक्षा से संबंधित किताबें वीडियो इत्यादि को ऑनलाइन उपलब्ध कराने की एक और बढ़ाया है इसके लिए विकसित किया है
ईपीएफओ वेब पोर्टल
इस सेवा के जरिए जो भी कर्मचारी काम करते हैं उनके लिए प्रोविडेंट फंड की बैलेंस की पासबुक के माध्यम से देखने की सुविधा मिलती है
स्टार्टअप इंडिया पोर्टल
भारत में इसकी शुरुआत करने का मुख्य उद्देश्य यही था कि नए रोजगार के अवसर शुरू कर सके और अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिले लोगों के पास अगर बिजनेस का कुछ आईडिया है तो उसके लिए भारत सरकार उनकी सहायता करती है
निष्कर्ष
डिजिटल इंडिया एक ऐसा कार्यक्रम है जिसको भारत सरकार ने बहुत ही आकांक्षाओं के साथ शुरू किया यह एक ऐसी योजना थी जिसमें लोग पेपर की जगह डिजिटल चीजों का इस्तेमाल करें
इसके द्वारा सरकार यह भी चाहती है कि नागरिकों को हर प्रकार की सुविधा आसानी से मिल सके
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