Headlines

Epfo Change Rule : EPFO के नए नियम, पेंशन, PF और इंश्‍योरेंस स्‍कीम में बदलाव

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने अपने कर्मचारियों के प्रोविडेंड फंड (PF), पेंशन और इंश्योरेंस कंट्रीब्यूशन डिपॉजिट में चूक करने या देरी करने वाले एम्प्लॉयर्स पर जुर्माना कम कर दिया है। पहले, एम्प्लॉयर्स को 25% प्रति साल की दर से जुर्माना देना पड़ता था, लेकिन अब यह दर घटाकर प्रति माह 1% या 12% सालाना कर दी गई है। यह कदम एम्प्लॉयर्स के लिए एक बड़ी राहत साबित होगा।

नए नियमों के फायदे

श्रम मंत्रालय द्वारा जारी किए गए नए नोटिफिकेशन में कहा गया है कि यह बदलाव कर्मचारी पेंशन स्कीम (EPS), एम्प्लाई प्रोविडेंड फंड (EPF) स्कीम, और एम्प्लॉइज डिपॉजिट लिंक्ड इंश्योरेंस (EDLI) स्कीम पर लागू होगा। नए नियमों के तहत, एम्प्लॉयर्स को अब केवल बकाया का प्रति माह 1% या प्रति वर्ष 12% की दर से जुर्माना देना होगा।

जुर्माना अवधि और दरों की तुलना

पुराने और नए जुर्माने की दरों की तुलना कुछ इस प्रकार है:

जुर्माना अवधिपुराना जुर्माना (%)नया जुर्माना (%)
2 महीने तक5%1% प्रति माह
2-4 महीने10%1% प्रति माह
4-6 महीने15%1% प्रति माह
6 महीने से अधिक25%1% प्रति माह

पहले, एम्प्लॉयर्स को चूक के अलग-अलग अवधि पर विभिन्न दरों से जुर्माना देना पड़ता था। अब, नए नियम के तहत सभी प्रकार की चूक के लिए जुर्माना घटाकर 1% प्रति माह या 12% सालाना कर दिया गया है। इससे एम्प्लॉयर्स के लिए जुर्माने की राशि में दोगुने से भी अधिक कमी आई है।

नियोक्ताओं पर क्या होगा असर

इस नए नियम का सबसे बड़ा लाभ यह है कि अब नियोक्ताओं को कम जुर्माना देना होगा। जो नियोक्ता पहले बड़ी जुर्माना राशि से परेशान थे, उन्हें अब राहत मिलेगी। यह निर्णय उन नियोक्ताओं के लिए फायदेमंद होगा, जो समय पर पीएफ और अन्य कंट्रीब्यूशन जमा करने में कठिनाई का सामना करते थे।

समय पर रिटर्न दाखिल करना अनिवार्य

EPFO के नियमों के अनुसार, नियोक्ता को हर माह की 15 तारीख तक या उससे पहले पिछले माह का रिटर्न EPFO के पास दाखिल करना अनिवार्य है। यदि यह समय सीमा पार हो जाती है, तो देरी को डिफॉल्ट माना जाता है और जुर्माना लागू हो जाता है।

उदाहरण के साथ समझें

मान लीजिए, किसी कंपनी ने 6 महीने तक पीएफ कंट्रीब्यूशन नहीं जमा किया। पुराने नियमों के अनुसार, उसे 25% प्रति साल की दर से जुर्माना देना पड़ता था। लेकिन अब, नए नियम के तहत, उसे केवल 1% प्रति माह या 12% सालाना की दर से जुर्माना देना होगा।

EPF बैलेंस चेक करने के तरीके

यदि आप अपने EPF बैलेंस की जांच करना चाहते हैं, तो आप EPFO की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपने खाते की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। EPFO का बयान है कि वित्त वर्ष 2023-24 के लिए ब्याज भुगतान शुरू हो चुका है और आप विभिन्न तरीकों से अपना बैलेंस चेक कर सकते हैं।

EPFO के नए नियमों का समग्र प्रभाव

नए नियमों के लागू होने से नियोक्ताओं को समय पर योगदान जमा करने में सहूलियत होगी और देरी होने पर भी उन पर भारी जुर्माना नहीं लगेगा। इससे नियोक्ताओं और कर्मचारियों दोनों को लाभ होगा, क्योंकि नियमित और समय पर योगदान से कर्मचारी के भविष्य निधि और पेंशन में वृद्धि होगी।

अधिक जानकारी के लिए

यदि आप अधिक जानकारी चाहते हैं या EPFO के नए नियमों के बारे में विस्तार से जानना चाहते हैं, तो आप EPFO की आधिकारिक वेबसाइट पर जा सकते हैं। वहां पर आपको सभी जरूरी जानकारी और दिशा-निर्देश मिल जाएंगे।

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

इस प्रकार, EPFO के नए नियम न केवल नियोक्ताओं के लिए राहत लेकर आए हैं, बल्कि कर्मचारियों के लिए भी फायदे का सौदा साबित होंगे। समय पर पीएफ, पेंशन और इंश्योरेंस कंट्रीब्यूशन जमा करना अब नियोक्ताओं के लिए अधिक सुविधाजनक होगा।

Author

  • निशा खान

    नेहा खान ने हिंदी में एम.ए किया है और कई प्रतिष्ठित प्रकाशनों के लिए लेख लिखे हैं। लेखन उनका शौक है और उन्हें सरकारी योजनाओं, तकनीक, बिज़नेस आइडियाज और शिक्षा पर लिखना बहुत पसंद है। नेहा सरल और समझ में आने वाली जानकारी अपने पाठकों तक पहुँचाने में माहिर हैं।

    View all posts
Important Links
Whatsapp ChannelJoin
Telegram ChannelClick Here
HomepageClick Here
Disclaimer :- सोशल मीडिया पर वायरल खबरों की सतर्कता रखें। आधिकारिक स्रोतों से जाँच करें, सटीकता सुनिश्चित करें। "adeeh.com" किसी भी ज़िम्मेदारी को नहीं स्वीकार करता। सोशल मीडिया पर वायरल खबरों को सतर्कता से देखें। विश्वसनीय स्रोतों से जानकारी प्राप्त करें।