पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और वर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडन ने डेमोक्रेटिक नेशनल कन्वेंशन में रिपब्लिकन पार्टी के नेता डोनाल्ड ट्रंप पर कड़े प्रहार किए। इस अवसर पर ओबामा और बाइडन दोनों ने अमेरिका के लोकतंत्र, राजनीतिक हिंसा, और आगामी राष्ट्रपति चुनाव के मुद्दों पर गहरी चिंता व्यक्त की। उनके संबोधन ने अमेरिकी जनता के सामने स्पष्ट किया कि ट्रंप की सत्ता में वापसी से देश को कितनी गंभीर चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।
ओबामा ने ट्रंप की नीतियों पर उठाए सवाल
ओबामा ने ट्रंप की सत्ता में वापसी की संभावना को लेकर अपने विचार साझा किए। उन्होंने ट्रंप पर आरोप लगाया कि उनके लिए सत्ता का मतलब सिर्फ अपने व्यक्तिगत उद्देश्यों की पूर्ति है। ओबामा ने कहा कि ट्रंप के राष्ट्रपति बनने का मकसद कभी भी देश की भलाई नहीं था, बल्कि सिर्फ अपनी ताकत और धाक जमाना था। ओबामा का मानना है कि ट्रंप की वापसी से अमेरिका में एक बार फिर से अराजकता का माहौल पैदा हो सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि ट्रंप का दूसरा कार्यकाल पहले से भी खराब हो सकता है, और देश को पहले से ज्यादा बुरे हालात का सामना करना पड़ सकता है।
ट्रंप की सत्ता की लालसा
ओबामा ने ट्रंप पर यह भी आरोप लगाया कि उन्होंने अपनी सत्ता के दौरान अमेरिका को विभाजित किया और उनके एजेंडे ने केवल अपने समर्थकों को ही फायदा पहुंचाया। उन्होंने कहा कि ट्रंप की नीतियां समाज में विभाजन पैदा करती हैं और उन्हें सत्ता में वापस लाने से देश की एकता को और नुकसान हो सकता है। ओबामा ने यह भी चेतावनी दी कि ट्रंप की सत्ता में वापसी से अमेरिका में लोकतंत्र को बड़ा खतरा हो सकता है।
बाइडन का ट्रंप पर हमला
जो बाइडन ने भी डेमोक्रेटिक नेशनल कन्वेंशन में ट्रंप पर कड़ा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि अमेरिका में राजनीतिक हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है, और ट्रंप की नीतियां देश को पीछे धकेल रही हैं। बाइडन ने जोर देकर कहा कि लोकतंत्र को बचाने की जरूरत है, और इसे तभी बचाया जा सकता है जब देश के लोग जागरूक होकर सही निर्णय लें। उन्होंने अपने समर्थकों से अपील की कि वे आगामी चुनाव में ट्रंप के खिलाफ वोट करें और देश की रक्षा करें।
महिलाओं की ताकत और कमला हैरिस का भविष्य
बाइडन ने यह भी कहा कि ट्रंप को आगामी चुनाव में महिलाओं की ताकत का अंदाजा हो जाएगा। उन्होंने कमला हैरिस की तारीफ की और उन्हें भविष्य की नेता बताया। बाइडन ने कहा कि कमला हैरिस अब तक की सबसे शिक्षित राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार हैं और उन्हें देश के भविष्य के लिए समर्थन मिलना चाहिए।
मिशेल ओबामा का कड़ा प्रहार
मिशेल ओबामा ने भी इस अवसर पर ट्रंप की नीतियों पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि अमेरिकी होने का मतलब क्या है, इस पर किसी का एकाधिकार नहीं है। मिशेल ने ट्रंप की नीतियों को समाज के लिए हानिकारक बताया और कमला हैरिस का जोरदार समर्थन किया। उन्होंने कहा कि कमला हैरिस देश की पहली महिला राष्ट्रपति बनने की क्षमता रखती हैं और उन्हें इसका पूरा समर्थन मिलना चाहिए।
बर्नी सैंडर्स की आवाज़
सीनेटर बर्नी सैंडर्स ने भी अपने संबोधन में कामकाजी वर्ग के समर्थन में बात की। उन्होंने बड़े पैमाने पर कॉर्पोरेट कंपनियों पर नकेल कसने की बात कही। सैंडर्स ने कहा कि अमेरिका को एक ऐसी अर्थव्यवस्था की जरूरत है जो सभी के लिए काम करे, न कि केवल अमीरों के लिए। उन्होंने यह भी कहा कि ट्रंप की नीतियां केवल अमीरों को फायदा पहुंचाती हैं और सामान्य वर्ग को नुकसान पहुंचाती हैं।
अमेरिका की सुरक्षा और लोकतंत्र की रक्षा
ओबामा, बाइडन, और सैंडर्स के संबोधन में एक बात साफ थी कि ट्रंप की सत्ता में वापसी से देश की सुरक्षा और लोकतंत्र को गंभीर खतरा हो सकता है। उन्होंने अपने समर्थकों से अपील की कि वे इस खतरे को समझें और देश के भविष्य के लिए सही निर्णय लें। उनके मुताबिक, ट्रंप की सत्ता में वापसी से देश को फिर से अराजकता का सामना करना पड़ सकता है और यह अमेरिका के लिए बेहद नुकसानदेह साबित हो सकता है।
भविष्य के चुनावों की दिशा
डेमोक्रेटिक नेशनल कन्वेंशन में पूर्व राष्ट्रपति ओबामा, जो बाइडन, मिशेल ओबामा और बर्नी सैंडर्स ने अमेरिका के भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश दिया। उनका मानना है कि देश को एकता, सुरक्षा, और लोकतंत्र की रक्षा के लिए ट्रंप की सत्ता में वापसी को रोकना जरूरी है। उनके संबोधन से स्पष्ट है कि आने वाले चुनाव अमेरिका के भविष्य की दिशा तय करेंगे और इसमें हर वोट की अहमियत होगी।
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