लाडो प्रोत्साहन योजना सरकार द्वारा बेटियों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के उद्देश्य से शुरू की गई है। इस योजना के तहत बालिकाओं को 1 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। 1 अगस्त 2024 से यह योजना लागू हो गई है, जिसका उद्देश्य बेटियों के जन्म से लेकर 21 वर्ष की उम्र तक उन्हें वित्तीय सहायता प्रदान करना है, ताकि उनके पालन-पोषण में किसी प्रकार की बाधा न आए और कन्या भ्रूण हत्या की रोकथाम हो सके।
योजना का उद्देश्य और लाभ
लाडो प्रोत्साहन योजना के उद्देश्य
इस योजना का मुख्य उद्देश्य बेटियों को प्रोत्साहित करना है ताकि वे समाज में बोझ न समझी जाएं। इस योजना से गरीब परिवारों को विशेष रूप से लाभ होगा। साथ ही, यह योजना कन्या भ्रूण हत्या को रोकने में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। सरकार इस योजना के तहत प्रत्येक बालिका को जन्म से लेकर 21 साल की उम्र तक कुल 1 लाख रुपये की राशि प्रदान करेगी।
योजना के लाभ
इस योजना के तहत बालिका के जन्म से लेकर उसकी 21 साल की उम्र तक, विभिन्न चरणों में आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। जन्म पर 2,500 रुपये, 1 साल की उम्र पर 2,500 रुपये, कक्षा प्रथम में प्रवेश पर 4,000 रुपये, कक्षा दसवीं में प्रवेश पर 11,000 रुपये, कक्षा 12वीं में प्रवेश पर 25,000 रुपये और 21 साल की उम्र पूर्ण करने पर 50,000 रुपये की सहायता प्रदान की जाएगी।
पात्रता और आवश्यक दस्तावेज
योजना के लिए पात्रता
इस योजना का लाभ उन्हीं परिवारों को मिलेगा जिनकी बेटियों का जन्म सरकारी या अधिकृत अस्पताल में हुआ हो। साथ ही, आवेदक का राजस्थान का निवासी होना अनिवार्य है। योजना की राशि बैंक खाते में जमा की जाएगी, जिसके लिए हर किस्त से पहले वेरीफिकेशन रिपोर्ट ऑनलाइन पोर्टल पर जमा करनी होगी। प्रारंभिक 6 किस्तें माता-पिता के खाते में जमा की जाएंगी और उसके बाद की किस्तें बालिका के स्वयं के खाते में भेजी जाएंगी।
आवश्यक दस्तावेज
इस योजना के तहत आवेदन करने के लिए बालिका का जन्म प्रमाण पत्र, माता-पिता का आधार कार्ड, मूल निवास प्रमाण पत्र, बैंक खाता की डायरी, माता-शिशु स्वास्थ्य कार्ड, पासपोर्ट साइज फोटो, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी, जन आधार कार्ड आदि दस्तावेज जरूरी हैं।
आवेदन प्रक्रिया और फंड वितरण
आवेदन प्रक्रिया
लाडो प्रोत्साहन योजना के तहत आवेदन करने के लिए, उपरोक्त आवश्यक दस्तावेज चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग में जमा करने होंगे। इसके बाद, विभाग द्वारा इन दस्तावेजों को पीसीटीएस पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा।
फंड वितरण प्रक्रिया
संस्थागत प्रसव से बालिका के जन्म के पश्चात, सभी दस्तावेजों की पुष्टि के बाद योजना की पहली किस्त माता-पिता के बैंक खाते में जमा की जाएगी। इसके साथ ही, हर बालिका को जन्म के समय एक यूनिक आईडी या पीटीएस आईडी नंबर प्रदान किया जाएगा, जिसके माध्यम से उसकी उम्र 1 वर्ष होने और टीकाकरण की पुष्टि के बाद अगली किस्त जारी की जाएगी। इस प्रक्रिया को जारी रखते हुए, हर किस्त सरकार द्वारा बालिका के खाते में दी जाएगी।
योजना की ट्रैकिंग और अपडेट्स
योजना के अंतर्गत, बालिका के जन्म से लेकर उसकी 21 साल की उम्र तक के सभी चरणों की ट्रैकिंग के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा एक यूनिक आईडी या पीटीएस आईडी नंबर जारी किया जाएगा। इस आईडी के माध्यम से आप योजना की प्रगति की जानकारी ऑनलाइन पोर्टल पर प्राप्त कर सकते हैं।
योजना का भविष्य और समाज पर प्रभाव
लाडो प्रोत्साहन योजना न केवल बेटियों के उज्ज्वल भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह समाज में महिलाओं के प्रति धारणा को भी बदलने की दिशा में एक अहम प्रयास है। इस योजना के माध्यम से सरकार का उद्देश्य है कि बेटियों को भी बराबरी का अधिकार मिले और वे भी अपने परिवार और समाज में एक सशक्त भूमिका निभा सकें।
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